संवाददाता - दीपक कुमार
सेवानिवृत्ति पर सूबेदार मेजर प्रविन्द्र चौहान का भव्य अभिनंदनक रीब साढ़े पच्चीस वर्षों तक भारतीय सेना के इंजीनियर्स कोर का हिस्सा रहे प्रविन्द्र।
कैराना। गांव जगनपुर निवासी प्रविन्द्र चौहान करीब साढ़े पच्चीस वर्षों तक भारतीय सेना में देश की सेवा करने के पश्चात सेवानिवृत्त हो गए। सेवानिवृत्ति पर कार्यक्रम आयोजित करके उनका भव्य अभिनन्दन किया गया।
क्षेत्र के गांव जगनपुर निवासी पंजाब सिंह चौहान के पुत्र प्रविन्द्र चौहान विगत 31 अगस्त को भारतीय सेना के सूबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हो गए। वह 22 जनवरी 1999 को भारतीय सेना इंजीनियर्स कोर में सिपाही के पद पर भर्ती हुए थे। उन्होंने करीब साढ़े पच्चीस वर्षों तक भारतीय सेना के माध्यम से देश की सेवा की। वर्ष-2019 से 23 तक उन्होंने जूनियर इंजीनियर के तौर पर कर्नाटक के कारवार में नेवी के साथ मिलकर कार्य किया था, जिसमें नेवी के रियर एडमिरल के द्वारा उन्हें उत्कृष्ट कार्य प्रदर्शन के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। विगत शनिवार को शामली-कैराना मार्ग पर गांव जगनपुर के बस स्टॉप के निकट स्थित अपराजिता फ़ूड पॉइंट्स पर सेवानिवृत्ति होने पर उनका भव्य अभिनंदन किया गया। जहां पर सूबेदार मेजर मनोज कुमार, सूबेदार मेजर अमित बालियान, सूबेदार मेजर अवधेश कुशवाहा, सूबेदार मेजर कपिल कुमार, सूबेदार मेजर अमित शर्मा, नायब सूबेदार मुकेश कुमार, नायब सूबेदार जोगिंदर सिंह, एसडीओ अंबाला(एमईएस एयरफोर्स) नेकसिंह, कमर्शियल इंस्पेक्टर रेलवे तरसपाल राठौर आदि ने कार्यक्रम में पहुंचकर उनका बुके भेंट करके स्वागत किया। इस अवसर पर भाजपा नेता अनिल चौहान, कैप्टन कलम सिंह, राजकुमार कालखंडे, अरुण कालखंडे, जितेंद्र कुमार, सुरेन्द्र मुखिया, अंकुर प्रधान, अनिल शर्मा, वीरभान, सुदेश आर्य, अखलाक प्रधान, मेहरबान एडवोकेट, आजाद प्रधान, आनंद प्रधान, अजीत बालियान आदि उपस्थित रहे।
समाजसेवा में भी रुचि रखते है प्रविन्द्र चौहान
सूबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए प्रविन्द्र चौहान समाजसेवा में भी रुचि रखते है। कोरोना काल के दौरान उन्होंने करीब 1.65 लाख रुपये खर्च करके गांव के शमशान घाट में अंतिम संस्कार के लिए छत का निर्माण कराया था। इसके अलावा, उन्होंने जरूरतमंदों को 42 कुंतल अनाज व तीन कुंतल दाल वितरित की थी। उन्होंने करीब 17-18 हजार रुपये खर्च करके गांव के बाईपास मार्ग पर लंबे समय से हो रहे जलभराव की समस्या का समाधान कराया था। इसी वर्ष दीपावली पर अपने पैसे से ही गांव के प्रत्येक विद्युत पोल पर एलईडी बल्ब लगवाकर प्रकाश व्यवस्था कराई थी। सूबेदार मेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए प्रविन्द्र चौहान विनम्र स्वभाव के धनी है, जिसके चलते गांव व क्षेत्र के लोग उनके कुशल व्यवहार के कायल है।