संवाददाता - राहुल सोनी
बहराइच महसी तहसील क्षेत्र में भेड़िया के हमले से लोगों को बचाने के लिए जिला प्रशासन पूरी तरह से लगा हुआ है। ऐसे में जिनके पास रहने के लिए कुछ नहीं है, उनके लिए आश्रय स्थल बनवा दिया गया है। जिसमें आश्रय विहीन लोग रह सकते हैं। जिलाधिकारी मोनिका रानी के निर्देश पर तहसील महसी क्षेत्र में मानव वन्यजीव संघर्ष से प्रभावित क्षेत्रों के आश्रयविहीन एवं असुरक्षित घरों में रहने वाले ग्रामवासियों के लिए अस्थाई आश्रय स्थल बनवाया गया है।
डीएम ने बताया कि तहसील क्षेत्र के पंचायत भवन अगरौरा दुबहा, रायपुर व चंदपइया तथा संविलियन विद्यालय सिसईया चूणामणि में आश्रय स्थल स्थापित किये गये है। इन आश्रय स्थलों में ग्रामवासियों के सोने के लिए प्रकाश, पेयजल, प्रसाधन, पंखा, बेड इत्यादि के साथ-साथ सुरक्षा के माकूल बन्दोबस्त किये गये हैं।आश्रय स्थलों के लिए नामित नोडल अधिकारी जिला पंचायत राज अधिकारी राघवेन्द्र द्विवेदी ने बताया कि इच्छुक ग्रामवासी रात्रि विश्राम कर सकते हैं। जिससे कि खुले में रहने वाले लोगों को भेड़िया के हमलों से बचाया जा सके। सभी आश्रय स्थलों का खंड विकास अधिकारी हेमंत कुमार यादव ने निरीक्षण किया।
वीओ - महसी तहसील क्षेत्र से भेड़िया का कुनबा अब शहर की ओर बढ़ने लगा है। घर के सामने दरवाजे पर खड़े बालक पर भेड़िया ने हमला कर दिया। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। देहात कोतवाली क्षेत्र के गोलवा के मौजा यादवपुर निवासी मैकूलाल यादव का आठ वर्षीय पुत्र संगम लाल बृहस्पतिवार की रात नौ बजे अपने घर के दरवाजे पर खड़ा था। तभी भेड़िए ने उस पर हमला कर दिया चीखपुकार सुन परिजनों के शोर मचाने पर भेड़िया भाग गया। जिससे वह घायल हो गया और चेहरे पर घाव के निशान हो गए। परिजन उसे लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंचे जहां उसका उपचार चल रहा है। हमले की सूचना मिलते ही वन अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों को सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। शहर के निकट हमला होने से लोगों में दहशत है।
भेड़िया ने किया दादा पोते पर हमला
महसी तहसील के तेजवापुर ब्लॉक स्थित एक गांव में भेड़िए ने दो मासूम बच्चों और एक बुजुर्ग पर हमला कर दिया। घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने शोर मचाया जिसके बाद भेड़िया मौके से भाग गया। घायल बच्चों और बुजुर्ग को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
ग्रामीणों ने भेड़िया समझ कुत्ते को पीट-पीट कर मार डाल
हमले की घटना की सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने शोर मचाया जिसके बाद भेड़िया मौके से भाग गया। इसी बीच भेड़िए को पकड़ने की कोशिश में ग्रामीणों ने एक कुत्ते को भेड़िया समझ कर पीट-पीट कर मार डाला। असलियत में वे एक कुत्ते को भेड़िया समझ बैठे और उसकी हत्या कर दी।
25 टीमें कर रही है भेड़ियों की तलाश
वन विभाग की टीम अब भी भेड़िया की तलाश में जुटी है और इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए नए उपायों पर विचार कर रही है। ग्रामीणों की सुरक्षा और वन जीवो की संरक्षण की दिशा में तत्काल प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता महसूस की जा रही है। आपको बता दें कि वन विभाग की 25 टीमें लगातार भेड़िए की तलाश में लगी हुई है। वही भेडियो को मारने के लिए शूटर की भी तैनाती की गई है लेकिन अभी तक ड्रोन कैमरे में कैद दो भेड़िया पड़े नहीं जा सके हैं। लगातार हो रहे जंगली जानवरों के हमले से लोगों में दहशत का माहौल है।