ब्यूरो रिपोर्ट - शमीम अहमद
मेडिकल की आड़ में पिछले 12 वर्षों से चल रहा है झोलाछाप डॉक्टर का अवैध क्लिनिक, मरिज एडमिट करने के साथ ग्लूकोज़ इंजेक्शन और होता है ब्लड टेस्ट, स्वास्थ्य विभाग है झोलाछाप डॉक्टर से बिल्कुल अनजान।
स्वास्थ्य विभाग की आंखों में धूल झोंक कर मेडिकल की आड़ में चल रहा है अस्पताल, झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा क्षेत्र में चलाया जा रहा है धड़ल्ले से क्लिनिक, पहले भी हो चुका है इस क्लीनिक में बड़ा हादसा, झोलाछाप डॉक्टर की लापरवाही से जा चुकी है मरीज की जान, न्यू नवीन नगर ओजपुरा में धड़ल्ले से झोलाछाप डॉक्टर के द्वारा चलाया जा रहा है क्लिनिक। झोलाछाप डॉक्टर अशोक कुमार ने खुद कबूला की पिछले 10 - 12 वर्ष से चला रहा है क्लिनिक।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने झोलाछाप डॉक्टरों पर अपनी शख्त नीति का परिचय देते हुए राज्य में झोलाछाप डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के स्वास्थ्य सचिव के साथ जिलाधिकारी और जिलास्वास्थ्य विभाग आदेश दिए हैं, और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई करने के आदेश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है,जिसके बाद जिले भर में बैठे झोलाछाप डॉक्टरों में हड़कंप मचा हुआ है।
झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक में रखे इंजेक्शन।
वहीं अगर उत्तर प्रदेश के जनपद सहारनपुर की बात करें तो जनपद सहारनपुर में भी स्वास्थ्य विभाग के द्वारा लगातार झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर कड़ी कार्रवाई करते, झोलाछाप डॉक्टरों के क्लीनिक को सील कर उनको जेल भेजा जा रहा है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग की झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर इस कार्रवाई के बावजूद भी, सहारनपुर जिले में अभी भी कुछ ऐसे झोलाछाप डॉक्टर है, जो यूपी की योगी सरकार और स्वास्थ्य विभाग को ठेंगा दिखाते हुए, धड़ल्ले से जिले में फर्जी तरीके से हॉस्पिटल चला रहे हैं।
सहारनपुर के न्यू नवीन नगर ओजपुरा के पास मेडिकल की आड़ में चल रहा है हॉस्पिटल, जिसमें मरीज को एडमिट करते हुए दवाई के साथ ग्लूकोज सीरीज और ब्लड टेस्ट भी किया जा रहा है, आपको बता दे सहारनपुर के न्यू नवीन नगर क्षेत्र में राहुल मेडिकल स्टोर की आड़ में पूरा हॉस्पिटल चलाया जा रहा है और सूत्र बताते हैं कि पहले भी डॉक्टर के द्वारा ग्लूकोज़ लगाने के कारण महिला की मौत हो चुकी है, लेकिन ले देकर पूरे मामले को निपटा दिया गया था।
झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक में ग्लूकोज की बोतल।
वही सूत्र यह भी बताते हैं कि डॉक्टर के द्वारा स्वास्थ्य विभाग को हर साल एक बड़ी और मोटी रकम दी जाती है जिससे आज तक भी झोलाछाप डॉक्टर के ऊपर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किसी भी तरह की कोई भी बड़ी कार्रवाई नहीं की गई है झोलाछाप डॉक्टर का खुद बताना है कि वह पिछले 10 - 12 वर्ष से क्लीनिक चला रहा है।
अब बड़ा सवाल उठता है जो चोला झोलाछाप डॉक्टर पिछले 10 12 साल से मेडिकल की आड़ में पूरा हॉस्पिटल चला रहा है आखिर स्वास्थ्य विभाग इस झोलाछाप डॉक्टर के ऊपर क्यु मेहरबान है क्यु इस झोलाछाप डॉक्टर पर कार्रवाई नहीं होती है।
दूसरे व्यक्ति के मेडिकल के पीछे बना हुआ डॉक्टर के द्वारा क्लिनिक बयान देते हुए
एक तरफ तो उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर अपनी शक प्रशासनिक नीति का परिचय देते हुए राज्य में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ सख्त कदम उठाने का निर्देश दिया है मुख्यमंत्री ने प्रदेश के मुख्य स्वास्थ्य सचिव जिला अधिकारियों सीएमओ और उप जिलाधिकारी को स्पष्ट आदेश देते हुए कहा कि प्रदेश में झोलाछाप डॉक्टरों के अवैध नेटवर्क को पूरी तरह समाप्त किया जाए यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिना मान्यता प्राप्त झोलाछाप डॉक्टर गरीब और मासूम जनता को गलत दवाई देकर गंभीर बीमारियों से वरिष्ठ कर रहे हैं इन एव डॉक्टर के कारण कई बार मरीजों के लीवर और किडनी जैसी महत्वपूर्ण अंग खराब हो रहे हैं लगातार बढ़ रही आम लोगों में तेजी से बीमारियों को देखते हुए सरकार ने इस मुद्दे पर सख्त रूप अपनाते हुए झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर कड़ी कार्रवाई करने का निर्णय लिया है, सीएम योगी आदित्यनाथ ने जिला स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को आदेश दिए हैं कि प्रदेश भर में व्यापक अभियान चलाकर अवैध क्लिनिको को सील किया जाए और इसके साथ ही झोलाछाप डॉक्टरों को तुरंत जेल भेजा जाए यह अभियान दिन-रात चलाकर अवैध रूप से झोलाछाप डॉक्टरों पर सख्त कार्रवाई की जाए और साथ ही क्लिनिको को भी सील किया जाए।